ISBN: 978-93-84081-63-8
Author: Ram Gopal Singh
Year of Publication: 2019
Page Count: 118
Binding: Paperback
Language: Hindi
Description:
पुस्तक में महामानव बुद्ध और उनकी शिक्षाओं का उल्लेख है। उनकी शिक्षाओं का मूल उद्देश्य मानव जाति को मुक्ति का मार्ग दिखाना है। उनकी शिक्षायंे जहां मनुष्य को सही मायने में मनुष्य बनाती हैं वहीं समाज को भी सही मायने में समाज बनाती हैं। उनके अनुसार मन अगर मनुष्य का सबसे बड़ा मित्र है तो उसका सबसे बड़ा शत्रु भी वही है। इसलिये मनुष्य को चाहिए कि वह मन को वश में रखते हुये उसे सदज्ञान प्राप्त करने सदमार्ग पर चलने और सदकर्म करने की दिशा में प्रवृत करे। बुद्ध मनुष्य को उघमी बनने की शिक्षा देते हैं। उनका कहना है कि उघम अमरत्व का मार्ग है और प्रमाद मृत्यु का द्वार है। जो उघमी हैं वे कभी मरते नहीं और जो प्रमादी हैं वे जीते हुये भी मृत के समान हैं ।
निस्सन्देह बुद्ध की शिक्षायें अपने आप में महत्वपूर्ण व अमूल्य हैं किन्तु मुझे यह कहने में तनिक भी गुरेज नहीं है कि वास्तविक शिक्षा तो हमंे उनके जीवन से ही मिलती है। अगर यह कहा जाए कि बुद्ध वह शरिव्सयत है जिनके बारे में अब तक दुनियाँ में सबसे अघिक भाषाअ®ं में सबसे अघिक लिखा गया है तो कदाचित गलत नहीं होगा । वैज्ञानिक चिन्तन एवं वैज्ञानिक विधा के अन्वेषक, शांतिपूर्ण सामाजिक-सांस्कूतिक क्रांति के उदघोषक, मानव जाति की मुक्ति के मार्गदायक महाकारुणिक, महामानव बुद्ध एक जीवंत अहसास हैय जरूरत है उसे सही मायने में अनुभूत करने की ।
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₹250.00Price
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